
अरशद मलिक
आज का रिपोर्टर
देहरादून : देशभर में आज भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर जन अधिकार पार्टी जनशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजाद अली ने देश की सभी बहनों को शुभकामनाएं दीं और उनके सुख, समृद्धि तथा सम्मानपूर्ण जीवन की कामना की।
आजाद अली ने अपने संदेश में कहा कि रक्षा बंधन केवल राखी बांधने का त्योहार नहीं है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक मूल्यों, परंपराओं और पारिवारिक रिश्तों की मजबूती का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि बहनों का प्रेम और आशीर्वाद ही भाई की सबसे बड़ी ताकत है, और यह त्योहार हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने परिवार और समाज में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और अधिकार सुनिश्चित करने के लिए सतत प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा कि आज के समय में महिलाओं की सुरक्षा और स्वावलंबन को प्राथमिकता देना आवश्यक है। “हमारी पार्टी का स्पष्ट मानना है कि जब तक बेटियां सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर नहीं होंगी, तब तक समाज की प्रगति अधूरी रहेगी।” आजाद अली ने देशवासियों से अपील की कि रक्षा बंधन के अवसर पर केवल एक रस्म निभाने तक सीमित न रहें, बल्कि बहनों की वास्तविक रक्षा का संकल्प लें — चाहे वह शिक्षा के माध्यम से हो, उनके अधिकारों की रक्षा के रूप में हो या फिर जीवन के हर क्षेत्र में उन्हें समान अवसर देने के प्रयास से।
अपने संदेश में उन्होंने यह भी कहा कि रक्षा बंधन का पर्व भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता का भी प्रतीक है। यह त्योहार हर धर्म, जाति और वर्ग के लोगों को एक सूत्र में पिरोता है। उन्होंने कहा कि भाई-बहन का रिश्ता किसी सीमा या भेदभाव से परे है, और यही हमारी भारतीय संस्कृति की सबसे बड़ी खूबसूरती है।
आजाद अली ने विशेष रूप से गरीब और वंचित वर्ग की बहनों का जिक्र करते हुए कहा कि समाज के हर सक्षम व्यक्ति को उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लगातार ऐसे कार्यक्रम चला रही है जिनसे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर मिल सकें।
उन्होंने अंत में कहा, “मैं देश की सभी बहनों को इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आपके जीवन में सदा खुशहाली बनी रहे। भाई-बहन के रिश्ते की यह डोर यूं ही अटूट बनी रहे और हम सब मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान दें।”
रक्षा बंधन के इस मौके पर उनका यह संदेश न केवल एक शुभकामना है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा के संकल्प को भी मजबूत करता है। यह पर्व हमें हर वर्ष यह याद दिलाता है कि राखी की डोर केवल एक धागा नहीं, बल्कि विश्वास, प्रेम और सुरक्षा का अटूट बंधन है, जिसे निभाना हर भाई का कर्तव्य है।